दोस्तों अगर जब हम भारत के बारे में कोई भी बात करते है, तो अंग्रेजो का नाम सबसे पहले आता है| परन्तु आज उस इतिहास की बात कर रहे जब भारत को सोने की चिड़ियाँ कहा जाता था| और भारत को विश्व गुरु मन जाता था| भारत के लिए सोने की चिड़ियाँ कहते है, ये तो आपको पता ही होगा| परन्तु क्या आप जानते है, की भारत को सोने की चिड़ियाँ क्यों कहा जता है| और किस वजह से भारत को सोने की चिड़ियाँ की उपाधि दी गयी थी| तो आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताएंगे की भारत को सोने की चिड़ियाँ क्यों कहा जाता था| और भारत को सोने कहने की उपाधि किसने दिलाई|
भारत को सोने की चिड़ियाँ कहे जाने के कारण
दोस्तों जैसा की हम सब जानते है, की भारत पर कई वर्षो तक अंग्रेजो ने भारत पर शासन किया था| और भारत अंग्रेजो का गुलाम था| उस दौर मे भारत के राजाओ के पास काफी धन और संपत्ति हुआ करती थी| बही भारत में मसालों, कपास और लोहा काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता था| प्राचीन के समय में भारत का मुख्य व्यवसाय कृषि पर आधारित था| यहाँ अनेक के कृषि के कार्य किये जाते थे| यहाँ पर हर व्यक्ति अपने आप में मालिक होता था| उस समय भारत देश व्यापार का सबसे बड़ा देश मना जाता था| जो भारत अपना सामान दूसरे देशो में निर्यात करता था| उसके बदले में विदेशी लोग भारत को सोने के सिक्के देते थे| इस प्रकार भारत में बहुत सोना था| इसलिए भारत को सोने की चिड़ियाँ कहा जाता था|
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कोहिनूर हीरा: दोस्तों हम आपको बता दे की कोहिनूर हीरा भारत के पास हुआ करता था| ये हीरा 5000 साल पुराना हीरा था| भारत के बाद ये हीरा कई लोगो के हाथो से गुजरते – गुजरते, ये हीरा इंग्लैंड की रानी के ताज में शान के रूप में लगा दिया गया था|
मोर सिहांसन: मोर सिहांसन का निर्माण शाहजहां ने 17 वीo शताव्दी में कराया था| इस सिहासन को बनाने के लिए शाहजहाँ ने काफी खर्चा किया था, मोर सिहासन को बनाने के लिए करीब 1000 किलो सोने का प्रयोग किया गया था| और इसमें कई महंगे महंगे पत्थर भी लगाए गए थे| बताया जाता है, की इस सिहासन की कीमत लगभग 4500 करोड़ थी| जिसे 1739 में फारसी शासक नादिर शाह ने एक युद्ध जीतकर इस सिहासन को हासिलकर लिया था|
भारत को सोने की चिड़ियाँ का ख़िताब किसने दिखाया था ?
दोस्तों विक्रममदित्या ने भारत को सोने की चिड़ियाँ का ख़िताब दिलाया था| विक्रममदित्या उज्जैन के राजा थे| इनके नवरत्न उज्जैन के दरवार की सोभा बढ़ाते थे|और विक्रममादित्या का दरवार न्याय प्रणाली के लिए प्रसिद्ध था| राजा विक्रममादित्या धर्म की रक्षा और प्रजा का बहुत अच्छे से ख्याल रखते थे|
दोस्तों जैसा कि अपने इस आर्टिकल में अपने जाना की भारत को सोने की चिड़ियाँ क्यों खा जाता था| और विस्वगुरु भी कहा जाता था| बैसे दोस्तों आज भी हमारा देश सोने की चिड़ियाँ ही है| और हमारा देश विश्वगुरु भी बन सकता है| बैसे भी आज हमारे देश को कृषि प्रधान कहा जाता है|
दोस्तों मै आशा करता हूँ, की आपको हमारी इस पोस्ट से कुछ भारत के बारे में नया सीखने को मिला होगा,हमारी इस पोस्ट को अपने दोस्तों के पास जरूर शेयर करे ताकि आपको दोस्तों को भी पता चल सके की भारत को सोने की चिड़िया क्यों कहा जाता है|